Top Guidelines Of देसी घी की मदद से पाएं ग्लोइंग

Wiki Article





सब्जी देसी घी में बनाकर खाएं। वैसे रसेदार सब्जियों में ऊपर से देसी घी डालकर रोटी से खाएं। ऐसा स्वाद आएगा कि आप बिना देसी घी के फिर कभी सब्जी नहीं खाएंगे।

आयुर्वेद में घी को सुनहरा स्वास्थ्यप्रद अमृत के रूप में जाना जाता है.

घी का उपयोग आयुर्वेदिक उपचार में किया जाता रहा है।

कभी खाने के नहीं थे पैसे, बीच में ही छोड़नी पड़ी पढ़ाई...आज सुपरस्टार एक्ट्रेस है साड़ी में नजर आ रही लड़की, पहचाना क्या?

पानी की बोतल में छिपे होते हैं अनेकों बैक्टीरिया, इन तरीकों...

यहां घी पीने का कुछ लोग ये भी मतलब निकाल सकते हैं कि, वो तला भुना खा सकते हैं। अगर आप घी पीती हैं तो तो दिनभर की डाइट को बेहद हल्का रखें। जिसमें ना के बराबर आयल हो। क्योंकि हमारे शरीर को जितनी जरूरत है, उतना घी का सेवन आप कर चुकी होती हैं। आप डीप फ्राई चीजों और ढेर सारी मसालेदार चीजों से दूरी बनाकर रखें। वहीं अगर आप लगातार सात दिनों तक घी पीती हैं तो शरीर के सभी विषाक्त पदार्थ आपके डाइजेशन सिस्टम में जमा हो सकते हैं, जिसे आप आखिरी दिन दवा खाकर निकाल सकती हैं।

दूध में घी मिलाकर सेवन करने से चयापचय बढ़ता है और पाचन तंत्र को मजबूती मिलती है. यह दूध और घी पीने के सबसे महत्वपूर्ण लाभों में से एक है. दूध और घी कॉम्बो आंत में पाचन एंजाइमों के स्राव को बढ़ाने में मदद करता है.

जानते हैं उम्र के पड़ाव में देसी घी कितनी मात्रा में लेना चाहिए, बता रही हैं डायटीशियन अनीता लांबा...

जिन लोगों को बहुत ज्यादा झुर्रियां हैं, वो भी घी का इस्तेमाल चेहरे पर करें.

नई नवेली दुल्हन कर रही है बिछिया की तलाश, तो यहां मिल जाएंगे शानदार...

इसके साथ ही गाय का घी एनर्जी बढ़ाने और मेंटल हेल्थह को दुरुस्त रखने के साथ ही स्किन और बालों के लिए भी काफी असरदार है। घी जोड़ों में लुब्रिकेशन का काम करता है जिससे सूजन और जलन की समस्या कम होती है और दूध हड्डियों को मजबूत बनाता है.

ब्यूटी एक्सपर्ट शहनाज हुसैन का जानें सीक्रेट.

देसी घी के हेल्थ बेनिफिट्स? न्यूट्रीशनिस्ट रुजुता दिवेकर सभी के लिए देसी घी खाने की वकालत करते हुए कहती हैं, ‘यह भी कोई पूछने की बात है। ‘शुद्ध देसी घी’ के तो अनगिनत फायदे हैं। सिर्फ सेहत के लिए ही नहीं, बल्कि सूरत के लिए भी। बिना किसी हिचकिचाहट, डर या शक के थोड़ा ‘देसी देसी घी’ रोज डेली रूटीन में खाना ही चाहिए।’ कारण, हम आपको बताएंगे कि आखिर वो ऐसा क्यों कहती हैं?

ये फैटी एसिड जल्दी लिवर द्वारा संसाधित होते हैं और इसे ऊर्जा के रूप में जला देते हैं. वे वसा ऊतकों में नहीं जाते हैं जिससे वजन have a peek at this web-site में योगदान दे सकते हैं.

Report this wiki page